Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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सुनील मिश्रा "साँझ"

 

    • प्राणी की सेवा करो और प्रभु का नित ध्यान
      एक ही मूल मंत्र है जिसमे मानव का कल्याण

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    • प्रेम जहाँ सबसे बड़ा, वही है असली परिवार
      वही लोग ही कर सकते हैं, इंसानों सा व्यवहार

       

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