“बार बार” पुकारो न हमे जिंदगी बार बार, चाहते है जीना हम भी बार बार... छाएंगे अंधेरे मगर फिर भी , हर सुबह होगी रोशनी बार बार... कूकेगी कोयल ,गाएगी बुलबुल , वादी -ऐ -दिल महकेगी बार बार... जाओगे तोड़ रिश्ता , सब -ऐ -हिज्र मे, " लेकिन" याद तुमको हमारी आएगी बार बार
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