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विरुष्का

 

डा. सुरेन्द्र वर्मा

 

 

 

आखिर हो ही गई | सारी दुनिया परेशान थी | विराट कोहली और अनुष्का शर्मा की शादी कब होगी | अरसा बीत गया था डेटिंग करते करते | ऊंट किसी करबट बैठ ही नहीं रहा था | देश दम साधे प्रतीक्षा कर रहा था | हाँ और ना के अनिश्चय में झूल रहा था | आखिर अनिश्चय की घड़ी समाप्त हुई | जनता को राहत मिली | प्रसन्नता हुई |
हमारे भारत देश में लोगों की तीन चीज़ों में ज़बरदस्त दिलचस्पी रहती है | बालीवुड, क्रिकेट और शादी | शादी किसी की भी हो, गानी-बेगानी,- अब्दुल्ला दीवाना रहता है | और कहीं सिनेमा और क्रिकेट का विवाह हो जाए तो क्या कहने हैं ? बस, समझो मज़ा ही मज़ा, विरुष्का ही विरुष्का, है ! हम तो जी उन लोगों में से हैं जो दरवाज़े पर बरात पहुंची नहीं कि नाचने लगते हैं, ले जाएंगे, ले जाएंगे... | विरुष्का विवाह के समय तो शादी घोषित होते ही नाच शुरू हो गया था | मीडिया नाचने लगा, बालीवुड नाचने लगा | किकेट की गेंद नाचने लगी | चिड़ियाँ ट्विट ट्विट करने लगीं | अखबार, पत्रिकाएँ थिरकने लगीं | बहरहाल घरे-बाहर –सभी नाचने लगे |
मेरे एक अध्यापक महोदय थे | अंग्रेज़ी पढ़ाते थे | सिनेमा के सख्त खिलाफ थे | कहते थे, क्या रखा है सिनेमा में ! ही सेड, शी सेड, ही सेड, शी सेड ...बस यही चलता रहता है | कहानी ख़त्म | लेकिन वे खुद पिक्चर देखे बिना बाज़ नहीं आते थे ! सामान्यत: विवाह का भी एक सुनिश्चित प्रारूप है – “मिले- प्यार हुआ – शादी कर ली” | इसके सिवा और भला क्या है ? फिर भी लोग बिना प्यार किए बाज़ नहीं आते | लेकिन प्यार होने के बाद विवाह के लिए जो एक ‘करूं, न करूं’ (“to do or not to do”) की स्थिति रहती है, बड़ी रोमांचक होती है | विराट ने इस स्थिति को खूब खींचे रखा | रोमांस बढ़ता गया और रोमांच भी | पब्लिक मुंह बाए ताकती रही कि इधर या उधर, कुछ तो फैसला हो | आखिरकार हो ही गया !
विराट और अनुष्का, एक दूसरे के हो गए, विरुष्का बन गए | अनुष्का की गेंद पर विराट बोल्ड हो गए पर मैच जीत गए | बधाइयां दी गईं | बालीवुड ने बधाइयां दीं; क्रिकेट जगत ने बधाइयां दीं; यहाँ तक कि विराट की पुरानी किसी प्रेमिका ने भी बधाई दे डाली; अनुष्का का एक ब्वाय फ्रेंड बधाई देने अनामंत्रित शादी में आ धमका अपनी पूर्वप्रेमिका को मुबारकबाद दिया और चलता बना | और तो और, पाकिस्तान तक मुबारकबाद देने से चूका नहीं | दुनिया-जहां से बधाइयां मिलीं |
शादी क्या थी एक विराट उत्सव था | मैं तो गया नहीं, कहते हैं कि इटली की किसी खूबसूरत जगह में संपन्न हुई शादी | मीडिया ने हिसाब लगाना शुरू कर दिया | कितना खर्च हुआ ? कितने लोग आमंत्रित किए गए ? कौन कौन आमंत्रित हुआ ? किसने क्या क्या भेट स्वरूप दिया ? समाज और राजनीति की सारी खबरें पीछे धकेल दी गईं | चुनाव-वुनाऊ तो होते ही रहते हैं | खेल-कूद में हार-जीत तो लगी ही रहती है | भृष्टाचार के नए-नए पन्ने तो रोज़ ही खुलते-बंद होते रहते हैं | आतंकवादी हमले तो आम बात हो गई है | विराट शादियाँ कोई रोज़-रोज़ थोड़े ही होती हैं | शादी के दिन शादी की बात करो | वही हुई | अब्दुल्ला खुश हुआ | भरा पडा है भारत अब्दुल्लाओं से ! दीवानगी हो तो ऐसी !
खोजी अब्दुल्ला ने खबर दी है, शादी भले ही इटली में हुई पर हनीमून रोम में होगा | और ‘इसी जोड़े का’ दूसरा हनीमून अफ्रीका में मनाया जाएगा | ३४ करोड़ के लक्ज़री फ्लेट में रहेंगे विरुष्का ! कहते हैं, इस फ्लेट से अरब सागर का बहतरीन व्यू देखा जा सकता है | मैं तो इंडियन-ओशन भी आज तक न देख पाया |
आपको चिढाने के लिए विरुष्का की खबरें ही खबरें बिखरी पडी हैं | चिढये और खुश होइए | शुभ-कामनाओं सहित |

 

 

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