Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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घनात्मकता

 

न करें कभी भी लड़ाई- झगड़ा ,

सब मिलजुल प्यार से रहें हम ।

एक तत्व- प्रकति के बनें,

एक मालिक की सन्ताने हम।।

बीते क्यों उम्रीया हमारी मेरा- मेरी में,

कर दें कुछ मदद दूसरों की भी हम ।

अच्छे कर्मो का जोड़ घनात्मक होता है,

एक से बढ़कर एक करें खरे कर्म हम।।

संकल्प लें मिलकर हमजोली हम,

न करें दुःखी किसी को भी हम।

भला हो सारी मानवता का,

ज़़तन ऐसे करने की कोषिष करें हम।।

 

 

सुषमा देवी

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