Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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कुछ ऐसा करो

 

अपनी हिम्मत और मेहनत से, बदलो इस जहान को

कोई तो ऐसी छड़ी घुमाओ, हैवान न बनने दो इंसान को

ऐसी मषाल जगाओ महान बना दो जग में हिन्दोस्तान को

याद करो वीरों के बलिदान को, जिन्होंने बनाया हिन्दोस्तान को

ऐसा धर्म अपनांऐ सभी, पढ़े बाईबल, गीता, रामायण, कुरान को

सोच ऐसी रखें, सर्वोपरी रखें हिन्दोस्तान को

भाईचारा बढ़ाएं ऐसा, मिटा दें जाति- पाŸाी के हैवान को

बजुर्गों को सम्मान दें इतना, कि मिटा दंे वृद्धाश्रम के नाम को

माँ- बाप को दो भगवान का दर्जा, बढ़ाएं उनके मान को

औरत! माँ, बहन, बेटी, पŸनी, दोस्त है, समझो उसके वलिदान को

कोख में मत बेटी को मारो, पनपने दो उसके अरमान को

बेटी से चलती है सृष्टि, बता दो सारे जहान को

चन्द सिक्को के खातिर, मत कत्ल करो इंसान को

अपनी गलत करतूतों से र्षिर्मदां न करो भगवान को

चुरा लेता होगा रब भी आखें, हैवानियत देख इंसान कीे

पर भूल नहीं याद रख बन्दे, लाठी में आवाज नहीं भगवान की




सुशमा देवी

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