कभी नयनों के हमसफर बनते हैं आंसू
कभी दुःख में दर्द बाँटते हैं आंसू
कभी खुशियों में साथ निभाते हैं आंसू
कभी फूलों की तरह मुस्कुराते हैं आंसू
कभी कंकर की तरह चुभ जाते हैं आंसू
कभी छोड़ आँखों को न जारे हैं आंसू
हर हाल में अपना कर्ज चुकाते हैं आंसू
Tarni Sonkar
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