कैसी ये राजनीति कैसा ये चुनाव
कैसी ये राजनीति कैसा ये चुनाव
चुनावी महासंग्राम
पहले फूलों की हार फिर थप्पड़ों की बौछार
कैसा है ? ये चुनावी महासंग्राम
राजनीति बनी आपसी रंजिश
किसे पता क्या होगा इसका परिणाम
हारेगी इंसानियत या जीतेगा अहंकार
चुनावों का ये कैसा महासंग्राम
जीतने की चाहत है या हराने की ज़िद
सबको है बस वादें तोड़ने की लत
कौन बनेगा भारत का विधाता
जनता को है ये जानने का हक
मिलेगी साफ और सुथरी सरकार
हमें तो है उस पल का इंतजार
Tarni Sonkar
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