साम्प्रदायिकता का
एक ही अर्थ है,
धर्मनिरपेक्षता के
महा वृक्ष की
जिस डाल पर बैठे
उसी को काटना।
और अंततः
नीचे गिरकर
धूल चाटना।।
ठाकुर दास 'सिद्ध
Powered by Froala Editor
साम्प्रदायिकता का
एक ही अर्थ है,
धर्मनिरपेक्षता के
महा वृक्ष की
जिस डाल पर बैठे
उसी को काटना।
और अंततः
नीचे गिरकर
धूल चाटना।।
ठाकुर दास 'सिद्ध
Powered by Froala Editor
LEAVE A REPLY