Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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प्यार अभी भी बाकी है

 

"जब कभी कोई सादगी का...
सवाल पूछा करेगा...
तेरे ऩूर से पिरोकर जवाबों को सजा दूँगा मैं...
अपने हर तरफ तूझको...
बस तूझको ही बसा लूँगा मैं...

 

 

कहा था उसने साथ-साथ चलेंगे हम...
कुछ कसमें अभी भी उनकी बाकी हैं...
दूर कितना भी कर दे ये हालात तुम्हे मुझसें...
मेरे दिल में तेरे लिए प्यार अभी भी बाकी है"

 

 


-ठाकुर दीपक सिंह कवि

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