Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

दुनियां

 

यह दुनियां बडी अलबेली है
यह दुनियां रंग रंगीली है
दूर से लगती जितनी प्यारी
पास से उतनी ही जहरीली है
यह दुनियां बडी अलबेली है
यह दुनियां रंग रंगीली है
अपने पन का वादा करती
अपना पन दिखलाती है
मुसिबत में यह हमेषा
दगा हमें दे जाती है
यह दुनियां बडी चमकिली है
यह दुनियां रंग रंगीली है
क्या मिला इस दुनियां को
म्ेरे सपनो को तोडकर
क्या गुनाह किया है मैने
यहां सपने देख कर
यह दुनियां बडी नजरिली है
यह दुनियां बडी रंग रंगीली है
सपने छिन लिए आंखेा से
खुषियां छिन ली सांसो से
अरमानो के टुकडे कर के
नाता जोड दिया आंसुओ से
यह दुनियां बडी गहरिली है
यह दुनियां बडी रंग रंगीली है

 

 

 

Tripti Tank

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ