परिचय मेरा कुछ इस तरह है
24 घंटे का बिजी सफर है,
एक तरफ घर के काम
दूसरी तरफ कुछ ज्योतिष का ज्ञान
रखती हु लिखने का शौक
हुनर दिखाऊ हर गली हर चौक
विषय कोई भी हो
चाहे हो कोई कविता
या चाहे हो कोई संदेश
मौका मिलता ना दिखता कोई
क्या जाना पङेगा परदेश ।
आप से भी बस अब मेरी
एक ही गुजारिस है
सम्मिलित करो मेरा ज्ञान
न ये कोई सिफारिश है।
पसन्द आए तो मागं लेना
मेरे शब्दों के कुछ रंग
आंखे बिछाए बैठी हूँ
ना सपने मेरे हो भंग।
चलती हूँ अब बस था मुझे
इतना सा ही कहना
जवाब भेजना जरूर इसे
पढते ही ना रहना ।
तृष्णा राय
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