चाटुकारी बड़ी महामारी
एक चाटुकार सौ पर भारी
अमानवता धर्म है इनका
थूक चाटना कर्म है इनका
तलवे चांटे, चलाए दिमाग
जय जय चापलूस विभाग
देशभक्त अब साइड हो गए
चाटुकार ही गाइड हो गए
पानी जैसा रक्त हो गया
नेता का गुर्गा भक्त हो गया
खुले कभी न इनकी पोल
कर लें चाहें कितने झोल
महा लिजलिजे लोभी आप
कर लो कुछ भी नहीं है पाप
महकमों में है आपका राज
चाहे होवे या ना होवे काज
चिकनी चुपड़ी से सब राज़ी हैं
चमचागिरी सर्वप्रिय बाज़ी है
चमचे आज होनहार हो गए
भारत की सरकार हो गए
--- तुषार राज रस्तोगी ---
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