मासूम सा इश्क़ का फ़साना
यादों से ही दिल को बहलाना
ये दिन तो हो गए हैं ज़ालिम
ये रातें बन गईं हैं क़ातिलाना
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मासूम सा इश्क़ का फ़साना
यादों से ही दिल को बहलाना
ये दिन तो हो गए हैं ज़ालिम
ये रातें बन गईं हैं क़ातिलाना
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