Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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उसकी यादें

 

 

uskiyadein

 

 

 

 

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ए मौज-ऐ-हवा अब तू ही बता
वो दिलदार हमारा कैसा है ?

 

 

जो भूल गया हमको कब से
वो जान से प्यारा कैसा है ?

 

 

क्या उसके चहकते लम्हों में
कोई लम्हा मेरा भी होता है ?

 

 

क्या उसकी चमकती आँखों में
मेरी याद का सागर बहता है ?

 

 

क्या वो भी मेरी तरहां यूँ ही
शब् भर जागा करता है ?

 

 

क्या वो भी साए-ए-रहमत में
मुझे रब से माँगा करता है ?

 

 

गर ऐसा नहीं तो तू ही बता
दिल याद उसे क्यों करता है ?

 

 

वो बिन तेरे जो खुश है अगर
फिर 'निर्जन' हर पल क्यों मरता है ?

 

 

 

--- तुषार राज रस्तोगी ---

 

 

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