Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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यार खरा है

 

 

yaarkhara

 

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बीत गया है गुज़रा साल
नए साल में शुरू धमाल
दिन पहला ही रहा कमाल
साथ तुम्हारा है बेमिसाल

 

 

दिल अपना है रखा संभाल
दीवाने का पूछो ना हाल
तुम से जीवन हुआ निहाल
तुझ बिन जीना लगे मुहाल

 

 

लम्बा है यह जीवन काल
मेल मिलाए ताल से ताल
कर ज़िन्दगी में मुझे बहाल
यारी अपनी बने मिसाल

 

 

उठे नहीं अब कोई सवाल
मन में ना रहे कोई मलाल
ख़ुशी बरसाएगा ये साल
मस्तानी है अपनी चाल

 

 

'निर्जन' तू दे दर्द निकाल
प्यार से हो गया मालामाल
अब यार खरा है तेरे नाल
मौज मना लगा सुर ताल

 

 

 

--- तुषार राज रस्तोगी ---

 

 

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