बिलबिलाते, दिलदिलाते, पिलपिलाते मंजर यहां
रोते हुए मजनुओं का फेसबुक क्या, ट्विटर कहां
सुनवाई कोई नहीं यहां अदालत कोई नहीं,
हम भी आदम जात हैं सपोर्ट होना चाहिए
दिलजलों का भी एक लोअर कोर्ट होना चाहिए!
देर सबेर आओगे आप भी ये पता सबको है सर
आपका भी दिल कोई लूटेगा जरूर बन हमसफर
उम्र कोई होती नहीं, चाहत की मेरे हूजूर हर
या इलाही! काजू को भी अखरोट होना चाहिए
दिलजलों का एक लोअर कोर्ट होना चाहिए!
संख्या में हम कम नहीं, रोज बढ़ता ये काफिला
टूटनेवाला हर दिल रहा यहां बिलबिला
हमारी अनदेखी का आपको मिलेगा बुरा सिला
संसद तक जाने का आपको वोट होना चाहिए
दिलजलों का एक लोअर कोर्ट होना चाहिए!
रेलवे में छूट दो कि मिलने उनके घर जाएं हम
पुलिस का प्रोटेक्शन भी कि वापसी कर आएं हम
साथ मेरी तकलीफ का बीमालाभ भी उठाएं हम
पांच फीसदी आरक्षण का पासपोर्ट होना चाहिए
दिलजलों का एक लोअर कोर्ट होना चाहिए!
मुफ्त भोजन में कोफ्ता, पनीर और बन चाहिए
नौकरी में पांच फीसदी जरूर आरक्षण चाहिए
फेहरिश्त लंबी है पाॅकेट में भी धन चाहिए
हवाई में भी छूट, पानी में मोटरबोट होना चाहिए
दिलजलों का एक लोअर कोर्ट होना चाहिए!
ये तो छोटी मांगें है अभी और आती जाएंगी
जो भी पार्टी देगी हमें सिर्फ सत्ता वही पाएंगी
कोई भी सरकार हो दरकार हमसे रहेगी सदा
हाथ हमारे लोकतंत्र की एक लंगोट होनी चाहिए
दिलजलों का एक लोअर कोर्ट होना चाहिए!
- उदयेश रवि
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