न संवेदना
न वेदना
कोई खेद न
ये है आज का नेता |
न बोध है
न शोध है
बस क्रोध है |
ये है आज का नेता |
न इक नाव में
बस तनाव में
रहें ताव में |
ये है आज का नेता |
माहिर है घात में
न आने देते बात में
कभी रहें न मात में |
ये है आज का नेता |
समाज की दाद है
चर्चा है ,सवांद है
अंतहीन विवाद है |
ये है आज का नेता |
धृतराष्ट्र की मूरत है
दूर्यौधन की सूरत है
शकुनि से धूर्त है |
ये है आज का नेता |
वैशाली भरद्वाज (pichu sharma)
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