Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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किसी को छूटने की आदत है ,किसी को छोड़ने की आदत है

 

किसी को छूटने की आदत है ,किसी को छोड़ने की आदत है
किसी को मुड़ने की आदत है ,किसी को मोड़ने की आदत है |


बे वजा कोई काम नहीं हो रहा दुनिया में दोस्तो
किसी को टूटने की आदत है ,किसी को तोड़ने की आदत है |


मिटटी से सोना ,कोई गिनती उठा लो बेशक
किसी को घटाने की ,किसी को जोड़ने की आदत है |

 

 

वैशाली भरद्वाज (pichu sharma

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