देश की युवा शक्ति को लग रहा है जंग
सोच क्षीण होती जा रही है |
हमारे नेतागण बुजुर्ग है
किन्तु कांपते हुए हाथों से भी
संभालना चाहते भारत का
विशाल दुर्ग है |
देश का युवा सड़कों पर व्यर्थ घूम रहा है
मात्र एक हुजूम का हिस्सा बनकर
या अदालत में सुनवाई उसकी
किसी अपराध का किस्सा बनकर |
या हीरो बनकर मनोरंजन में जुटा है
किसी की खुशामद और वंदन में जुटा है |
या किसी हड़ताल में हक के लिए पिटता
नजर आता है
आखिर क्यों भारत का युवा घिसटता नजर आता है |
क्यों युवा के हाथ में देश नहीं है
क्यों युवा के साथ में देश नहीं है
क्यों युवा है देश से उकता रहा है
क्यों युवा की बात में देश नहीं है |
क्यों सत्ता के दरवाजे युवा के लिए बंद है
क्यों नेतागणों में दिखते युवा बस चंद है |
क्यों युवा पहचान को तरस रहें है
क्यों युवा पे बस ताने बरस रहें हैं |
क्यों युवा की आवाज बस एक शोर है
क्यों बुरे कामों में निकलता जोर है |
आखिर खुद को कब रास्ते पे लाएगा युवा
युवा खुद को आखिर कब दिखायेग युवा |
Vani Prakash
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