Vijay Patil
हर आसुयो को मेने
यादोंके रंगो में मिलाकर
खुद से ही खेली
आज हमने बहुत प्यारी होली खेली
तुम्हारे तसवीर को मन में बनाकर
उसको हर रंग में भिगो दिया
हर मुस्कराहट मेने तुम्हारे
उस बदलते चहरे को छिपा लिया
आज हम ने बहुत प्यारी होली खेली
खुद के रंगो से खुद से ही खेली
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