दोस्तों से हम बस....यही फरियाद करते है
ना मिलें ग़र तो भी..आप को याद करते है
पुल अगर टूट भी जाएँ...तो फिर से बनाते रहना
ज़िन्दगी का हिस्सा है...हम तक आते जाते रहना
सफलता और असफलता....दोनों ही अंधा करती है
दोस्तों बुरे बन जाना....मगर आइना दिखाते रहना
माना दुनिया में हस्ती.....सबकी खाक हो के रहेगी
लेकिन दोस्तियां चलेगी हमेशा.....इसे चलाते रहना........विपुल त्रिपाठी
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