Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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कल चला जाऊँगा तब खूब कर लेना

 

कल चला जाऊँगा तब खूब कर लेना
सामने ये खूने जिगर देखा नही जाता

 

खुल के बताना मैं तेरा कोई नही
हकलाना यूँ ऐसे मगर देखा नही जाता

 

मै बेवफ़ा ही सही तेरी दुनिया में
रहे तू मुझसे बेखबर देखा नही जाता

 

चल अभी से अपन जुदा हो जाते हैं
मुझसे मेरा और सबर देखा नही जाता

 

ना तुझे हो अब शिकवा,न मुझे हो गिला
साथ हो अपना और बसर देखा नही जाता...........विपुल

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