Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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शायद यहीं पे कही वो जिद्दी लड़का रहता था

 

शायद यहीं पे कही वो जिद्दी लड़का रहता था
छोटी छोटी बातों पे......सबसे भड़का रहता था

 

अजीब था वो भी बाइगॉड अपनी धुन में रहता था
किस्मत की बे-इमानियो को चुपचाप वो सहता था
दुनिया की ऊंच-नीच को बिलकुल नही मानता था
सब उसे पागल कहते थे,वो सबको पागल कहता था
पैसे वालों के बीच....शान से कड़का रहता था
शायद यहीं पे कही वो जिद्दी लड़का रहता था
छोटी छोटी बातों पे......सबसे भड़का रहता था

 

कि अकेले अपने दमपे वो दुनिया से भिड़ जाता था
क्या बताऊँ यारों...किस किस बात पे चिढ़ जाता था
अपनी शर्तों पे भला.........कौन जी पाया है कभी यहाँ
नतीजा ये कि दुनिया से उसका युद्ध सा छिड़ जाता था
कब क्या हो जाएँ,हर वक्त ये खड़का रहता था
शायद यहीं पे कही वो जिद्दी लड़का रहता था
छोटी छोटी बातों पे......सबसे भड़का रहता था..................................विपुल

 

 

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