Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

Vipul Tripathi

 

 

  • जय सत्ता...फिर भी नही खुलता पत्ता
    सड़क पे बंदर...मगर राज है अन्दर

     

     

  • जम के उँगली कीजिये.....गुरु गूगल का पैग़ाम
    कोई द्रोण अँगूठा माँगें...तो सिंगट्टे से ले काम....

     

  • गुरु गूगल दोनों खड़े....का के लागौ पाय.....??
    गूगल से देख देख...गुरु दियो सब बताय....!!!!.

     

  • आसमानो ने "Hotel".."The Earth" का board लगा रखा है
    फिर भी मुसाफिरों ने 1000 साल रहने का..plan बना रखा है

     

  • डॉक्टर और वकील अनुत्पादक वक्त को भी....असल पैसे में बदल सकते है
    बशर्ते की......"असल पैसा" आपका हो ......और अनुत्पादक वक्त उनका....

     

  • पढाई के लिए exam.....और exam के लिए पढाई
    और बाकी दिमाग के button सब ...बंद कर दीजिये
    वो सज़ा जो अभिभावको....और शिक्षकों को लिए है
    उन्हें मासूम बच्चो को देना अब.......बंद कर दीजिये

     

  • एक थाली में संग खाओ उनके......और समाज का मत करो भक्षण
    आरक्षण के नाम पर मत दो नई पीढ़ियों को जात-पांत का प्रशिक्षण.

     

  • इश्क में हम हर...इम्तेहान ले के मानेगे
    लगता है इक-दूजे की जान ले के मानेगे.......

     

  • नयनो की लागी...कटरिया रे
    कि लग गई तेरी नज़रिया रे...........

     

  • it all started with. a rose
    then with dare I propose

     

  • तीखे नयनो की लागी कटरिया रे,काट गई उफ हमरा जिगरिया रे
    सबसे छिपाना ये इश्क का फसाना,छप जाए ना कोई खबरिया रे....

 

 

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ