ये कैसी पागल लड़की है....ये कैसी बातें करती है...
"सोये थे, तो क्या हुआ था??.....किसका सपना देखा था....??
और...उन सपनो के अन्दर..... क्या मुझको अपना देखा था.........???
आज क्या करने वाले हो तुम.....मुझे आज क्या दिखोगे....???
अच्छा छोड़ो ये बताओ...कि मेरे लिए भी क्या कुछ लिखोगे.....???
आज कल तुम्हारी अलमारी में किस किस की किताबें रखी है....???
और क्या तुमने जूते के अन्दर ......ठीक से जुराबें रखी है....???
नया शहर कैसा है....... कोई और तो नही मिल गई...???
बड़ी चालू लड़कियां है आज कल...तुम उनको मत देखना.......
अपनी पर्स के अन्दर से, मेरी फोटो तो निकाली नही...???
देखो मैं बहुत बिज़ी हूँ...मेरे पास एक पल भी खाली नही....
मैं तो तुम्हे जरा सा भी.... याद नही करती हू
तुम भी मुझे याद मत करना.....यही तो मैं कहती हूँ".........................विपुल त्रिपाठी
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