Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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पत्थर !!!!

 

पत्थर का जिक्र हुआ तो मोम पिघल गए
शमा की खातिर परवाने पत्थर बन गए !!

 

 

संग को क्या शौक किसी के सर जा लगे
आदमी के हाथ आए तो संगदिल हो गए !!

 

 

पत्थर पे क्या चर्चा करेगा बेजान ही रहेंगे
गुफ्तगू कर आदमी पर जो बेजान हो गए !!

 

 

तबियत से पत्थर उछाले , पत्थर से टकराए
पत्थर का जिगर भले हो , पत्थर ना बन जाए !!
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विश्वनाथ शिरढोणकर

 

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