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इक नन्हें दीपक के फव्वारे से,
हम मिटायेंगे ये जग अंधियारा।
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स्वच्छ शुद्ध हो अपना भारत,
ऐसा होवे दृढ़ संकल्प हमारा।
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एक ही घाट सब पानी पीवें,
सिंह मृग करें स्वच्छन्द बिचारा।
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तब ही कहलायेगा विश्वगुरू,
ये भारत प्यारा देश हमारा।
युवा कवि सचिन 'गिर्जा'
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