औरत का कोमल हृदय, करता पल में चाक.
प्रतिबंधित फ़ौरन करें, घातक तीन तलाक.
घातक तीन तलाक, साथ होता मुँह काला.
ज़िंदा करे हलाल, दूसरा, नाम हलाला.
लगें जिस्म पर घाव, रूह पर आये शामत.
शौहर मारे मौज, मरे बेचारी औरत..
अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
औरत का कोमल हृदय, करता पल में चाक.
प्रतिबंधित फ़ौरन करें, घातक तीन तलाक.
घातक तीन तलाक, साथ होता मुँह काला.
ज़िंदा करे हलाल, दूसरा, नाम हलाला.
लगें जिस्म पर घाव, रूह पर आये शामत.
शौहर मारे मौज, मरे बेचारी औरत..
अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
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