पारा नीचे जा रहा, सीमा पर सरकार.
तापमान है माइनस, पर जवान तैयार.
पर जवान तैयार. बर्फ में सहे कुपोषण.
यह भीषण अन्याय, बुरा है उसका शोषण.
घटिया खाना चाय, नाश्ता है या चारा?
रखिये उसका ध्यान, बढ़ेगा वरना पारा..
जिसके दम पर कर रहे, मौज-मजा हर रोज.
उसको ही है मिल रहा, एकदम घटिया भोज?
एकदम घटिया भोज. नहीं गुणवत्ता कोई.
देख वीडियो चकित, आँख भर आई रोई.
चिन्हित भ्रष्टाचार, मारिये ठोकर खिसके.
लगे रिकवरी दंड, खा गए हक़ वे जिसके..
--इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
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