Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

भगवान विश्वकर्मा स्तुति

 

(श्रेणी : छंद)

 

छंद गीतिका

 


भाद्रपदशुभशुक्लपक्षे प्रतिपदाप्रतिशोभितं.
मातृभुवने सुतप्रभासे सिद्धिजनकंमोहितं.
विश्वकर्माविधिविराटं पञ्चमुखप्रभुपूजितं.
सर्वकर्मसुवन्दनंकुरु देवशिल्पीध्यायितं..

 


--इं० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'

 

Powered by Froala Editor

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ