डीजल भी सस्ता हुआ, सस्ता जब पेट्रोल.
मँहगाई तब बढ़ रही? बोल प्रशासन बोल!
बोल प्रशासन बोल! हमें चूसेगा कब तक?
बढ़ा किराया देख! टोल महँगा क्यों अब तक?
रहे उचित अनुपात, घाव होंगें तब शीतल.
बंद करें यह खेल! घटा अब, भाड़ा डीजल..
रचनाकार: इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
LEAVE A REPLY