माँ नर्मदा दिवस पर विशेष..
छंद हरिगीतिका:
हर शिवसुता माँ नर्मदा आहत हुईं अपमान से.
विपरीत पथ पर भी अडिग हैं बह रहीं सम्मान से.
क्षणमात्र दर्शन पापमोचक, शांति सुख वरदान दें.
दें नर्मदेश्वर विश्वपूजित, भक्तिमय सद्ज्ञान दें..
मन कामना है यह हमारी नर्मदा युग-युग बहें.
शुभ शिवकृपा उन पर सदा हो, कष्ट मत कोई सहें.
हृद वेदना हो दूर उनकी, हम सदा ही ध्यान दें.
हों अतिक्रमण से दूर हम, माँ नर्मदा को मान दें..
इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
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