Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
Administrator

सुखकारी शिवस्तुति

 

गणनाथ गिरिजापति गिरीशं, गरलधर गंगाधरं,
जगदीश ज्योतिर्मय जटाधर, शशिधरं पूर्णेश्वरं,
प्रथमेश्वरं प्रलयंकरं हुत, पिंगलाक्ष,पुरंदरं,
वृषकेतु निर्मल वैद्यनाथं, विश्वनाथं ईश्वरं..

 

आत्रेय शिव अज्ञेय अभदन, अमृतेश्वर अंतकं..
उन्मत्तवेशं ऊर्ध्वरेता, ऊर्द्वताण्डव त्र्यंबकं,
कालाग्निरुद्रं कोकिलेशं, कामरिपु, कामेश्वरं,
मृत्युंजयं शुचि मंगलेशं, मन्मथारि महेश्वरं..

 

त्रिपुरारि त्रीवानंद तेजं, तारकेश्वर अरिदमं,
परमेश्वरं पाताळनाथं, पार्वतीप्रिय प्रीतमं,
नटराज नीरज नीलकंठं, नागभूषण हृदनमं,
नवनीत नन्दीश्वर नटेश्वर, नीललोहित शिवतमं..

 

अनिरुद्ध अरिदं अक्षमाली, अमृतेश्वर सात्विकं,
किरिकेभ्य कल्पकनाथ कवचिन, कालकालं तारकं,
भुवनेशभद्रं भालचन्द्रं, भूतनाथं भैरवं,
शिवशम्भु सृत्वा श्रीसतीशं, सर्वलोकेश्वर शिवं..

 

अचलेश्वरं प्रभु अंबरीशं, आशुतोषम अव्ययं,
प्रभुपारदेश्वर पञ्चजन्यं, पंचबाहु पुरंजयं,
नवनक्तचारी नंदिकेश्वर, नीलकंठ निरंजनं,
बड़यामुखं बभ्रुरूप बभ्लुश, बिल्बप्रिय बलप्रमतनं..

 

त्रिपुरान्तकं क्षयद्वीर सोमं, सिद्धनाथं शिवतरं,
विभु विश्वभेषज विष्णुवल्लभ, रविनयन रामेश्वरं,
हरिकेश हरये हन्त्र हर, कैलाशनाथं शेखरं.
शिवशंकरं शुचि शैलजापति, शत नमन अर्धेश्वरं..

 

 

रचनाकार : इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'

 

 

LEAVE A REPLY
हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ