सरहद पर शहीद वीर जवान को समर्पित
वीर छंद 'आल्हा'...
सर्द हवाओं वाला मौसम, बारिश होने के आसार.
सीमा की रखवाली करता. सैनिक हरदम था तैयार..
बिजली चमकी बंदूकों से, पोजीशन ले ली तत्काल.
ज्यों आवाज़ सुनी फायर की. त्यों बन गया शत्रु का काल..
हथियारों से लक्ष्य साधकर, गिरा रहा दुश्मन की लाश.
हर-हर महादेव के स्वर से. गूँज उठा सारा आकाश..
घुसपैठी जो दिखे सामने, तान-तान के मारे जाय.
पांव उखाड़े थे दुश्मन के, सबके छक्के दिए छुड़ाय..
गोली एक लगी आ उसको, कर डाला हेल्मेट में छेद.
बुलेटप्रूफ जैकेट भी भेदी, कौन जानता इसका भेद??
भारत माँ की जयकारे का, अंतिम स्वर होठों पर बोल.
गिरा भूमि पर रखवाला वह, मुठ्ठी में मिट्टी अनमोल..
चूम रहा जो अपनी माटी, सरहद पर होकर कुरबान.
धन्य-धन्य ये वीर धन्य है, इसको दें दिल से सम्मान..
धैर्य धारती पत्नी इसकी, बाँच रही है गीता ज्ञान.
अश्क आँख में रोके अपनी, ऐसे माता-पिता महान..
सीने में अंगार भर रहे, देख-देख इसका बलिदान.
व्यर्थ न हो कुर्बानी इसकी, रक्खें भारतवासी ध्यान..
मोदी महिमा देख मित्रवर, पाकिस्तान रहा बौराय.
रह-रह के आतंकी भेजे, पल-पल में घुसपैठ कराय..
करे निरंतर हमले कायर. फियादीन बच्चे मरवाय.
नहीं दया के काबिल है यह, क्रियाकर्म दें अब निपटाय..
राग दोस्ती का गा गाकर, पहले तो ले गले लगाय.
धोखेबाजी मज़हब इसका, चूके जो भी गला कटाय..
मानवता का दुश्मन ठहरा, आतंकी यह ठेकेदार.
अस्थिरता भारत में चाहे, बाबर का है नातेदार..
संसाधन ले भारतीय ही, हजम अन्न जल औ गुर्राय.
आस्तीन का साँप सामने, इसको दें औकात बताय..
संयंत्रों का पता लगाकर, नाभिकीय बम नष्ट कराय.
तान मिसाइल सब पर दागें, सभी ठिकाने देंय उड़ाय..
सजा माफ़ कर, सारे कैदी, इसकी सरहद में घुसवाय..
वीर शिवाजी की पद्धति से, इसको दें अब सबक सिखाय..
कूटनीति के काबिल है यह, दुनिया में माहौल बनाय.
आर-पार की होय लड़ाई, पाकिस्तान नाम मिट जाय..
विनम्र श्रद्धांजलि,
इंजी० अम्बरीष श्रीवास्तव 'अम्बर'
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