आयकर अधिकारी के पास,
हिसाब का लेखा-जोखा बताने;
पहुँचा देहाती होकर बदहवास!
साहब ने पूछा "खाता कंहा "
देहाती बोला साहब 'होटल मे'!
साहब हकबकाये,बोले नाराज़ से;
कैसे बोल रहे हो,"पीते हो क्या",
"हाँ, पीता हूँ"सहज़ उत्तर आया-
गुस्से मे साहब चिल्लाये ज़ोंर से,
भेजा मत खाओ,निकलो यंहा से;
शाकाहारी हूँ;खा नहीं सकता सरकार!
सजन कुमार मुरारका
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