दामिनी गई
सवाल छोड़ गई
सुरक्षा नहीं
इन्साफ मौन
नारी का निर्यातन
उपाय है क्या
दोषी छुटेगें
क्रम चलता रहे
इन्साफ कंहा
प्रतिवाद के
सुर पंहुचाना है
हर मन मे
विवाद करें
मर्यादा के अन्दर
हिंसा ना करें
कोई भी मरे
दू:खदायी बात
कस्ट देता है
सजन कुमार मुरारका
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