Swargvibha
Dr. Srimati Tara Singh
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हर उत्सव के अवसर पर उपयुक्त रचनाएँ

Biography



ज़ीजाह (क़ाज़ी सुलैमान अहमद)

५०९- मृदंग, लोक पूरम

श्रीमती ग्लैडिस अलवारेस रोड

पोखरन - २,

थाने - ४००६१०

मो: 9969859877


मेरा जन्म पटना में हुआ और वहीं शिक्षा भी प्राप्त की, पूर्वस्नातक तक। कुछ वर्ष तक अपना "फैमली इस्टेट" संभाला फिर दिल्ली में

सूचना एवं प्रसारण मन्त्रालय में कुछ वर्ष काम किया। फिर विदेश की यात्रा के बाद मुम्बई चला आया और यहाँ विभिन्न कम्पनी में काम किया,

अधिकतर कन्स्ट्रक्शन कम्पनी में ही काम किया। मुम्बई में कुछ वर्ष रहने के बाद थाने में आ कर बस गया। कन्स्ट्रक्शन कम्पनी में काम करते

समय ही लिखने का शौक़ हुआ। पहले यह केवल हाबी थी, लेकिन जब शौक़ बढता गया तो इंगलैंड की एक संस्था "द राइटर्स ब्यूरो" में दाख़िला ले लिया।

मैं हिन्दी, अंग्रेज़ी तथा उर्दू , तीनों ही भाशा में लिखता हूं। मैं हिन्दी का वीशेशज्ञ तो नहीं हूं प्रन्तु कविता जैसे किसी स्रोत से आती है

और मैं लिखता जाता हूं। मेरा इंगलिश में एक लेख "टाइम्स ओफ इंडिया" के "थाने प्लस" में छपा है तथा उर्दू की कविता

"इनक़्लाब" में छपी है। इसके इलावा मेरा एक "इन्टरभ्यू" भी "थाने स्टाइल" में छपा है।


एक बार मुझे हिन्दी की एक छोटी सी पुस्तिका दे कर मुझ से पूछा गया कि क्या मैं इसका इंगलिश में अनुवाद कर सकता हूँ?

मेरे लिए यह एक नइ बात थी प्रन्तु मैं ने कोशिश की और कठिन परिश्रम के बाद उसे पूरा कर लिया। उस समय मेरे पास

कम्प्यूटर भी नहीं था, लेकिन भार्गव संक्षिप्त डिक्शनेरी की सहायता से वह मुम्किन हो सका।

मैं अपनी आयु का ६६वां वर्ष पूरा कर चुका हूँ और अब मैं अपनी रचनाओं पर अधिक ध्यान देना चाहता हूं।

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