Biography
प्रियंका सिंह
आगरा में जन्म. वहीं से जीवन के सबक सीखे और कविताओं का ककहरा भी. पढ़ने
में रुचि के साथ अमृता प्रीतम जी मुझे साहित्य तक खींच कर लाईं। कई
पत्रिकाओं में कविताएं, कहानियां और लेख प्रकाशित लेखन और पढ़ने के अलावा
संगीत में रुचि. लिखना सीखना अनवरत जारी है। अपने लिए दो पंक्तियाँ कहती
हूँ –
बड़ी देर से जागी हूँ
अब कुछ ख्वाब देखने है ज़िन्दगी के लिए…….
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