Biography
नाम - ‘‘इच्छित‘’
जन्म तिथि व स्थान - 7 अगस्त कानपुर (उ प्र
माता-पिता - श्रीमती प्रतिभा आर्य एवं श्री रविकान्त आर्य
श्रीमती - प्रियंका
शि़क्षा - हिंदी माध्यम से स्नातक एवं परास्नातक तथा
बी एस सी (इलेक्ट्रिकल एण्ड इलेक्ट्राॅनिक्स
स्थायी पता - House No.- 5
Near Rani LaxmiBai Hospital
Rajajipuram Vistaar (A-Block)
Lucknow (UP) -226017
ई मेल - arya.ashish@rediffmail.com
बचपन के बतरस बोलों ने कलम साधना कमउम्र में ही सिखा दिया। परंतु हृदय के उन्मादों ने अपना अलग ही प्रभाव दिखाया। देश के मानव को सोचती सोच खुद को खुद-ब-खुद ही समाज से दूर ले गयी। देश की रक्षा-पंक्ति में एक सैनिक की भूमिका अदा करते-करते सशक्त समाज के बीच कदम भरने का मौका कम ही मिला। परंतु जो भी अवसर मिला उसे नजरों ने पल भर को भी नहीं छोड़ा।
जीवन के व्यावहारिक अनुभवों को कलम पर साधती कहानियों को सहेजा गया संकलन ‘‘कदम पर और…के अन्तर्गत! कथा-साहित्य विधा में अपनी पहचान खोजती कोशिश को रूप दिया मनीष पब्लिकेशन्स ने। वर्ष 2010 में प्रसिद्ध व्यंग्यकार श्री गोपाल चतुर्वेदी की अध्यक्षता में आयोजित एक कार्यक्रम में हास्य कवि सर्वेश अस्थाना, प्रसिद्ध व्यंग्यकार मुकुल महान , साहित्यकार सुधाकर अदीब एवं दिवंगत रामनारायण त्रिपाठी जी की उपस्थिति में इस पुस्तक का लोकार्पण हुआ। कर्म-साधना के इस संकलन हेतु भाऊराव देवरस न्यास द्वारा सन् 2013 का कहानी विधा हेतु पं. प्रताप नारायण मिश्र स्मृति युवा साहित्यकार सम्मान लेखक इच्छित को दिया गया।
वर्ष 2014 में कविताओं की एक पुस्तक ‘‘थोड़ी सी धूप...’’ नाम से प्रकाशित हुई जो कि प्रविष्टि के तौर पर आपको प्रेषित है।
इसके अतिरिक्त स्वतंत्र-लेखन द्वारा जो भी उपलब्धियाँ अर्जित कीं, वो निम्नवत् हैं:-
अखिल भारतीय नवोदित साहित्यकार परिषद् द्वारा 26 फरवरी, 2009 को विशिष्ट नवोदित प्रतिभा सम्मान से अलंकृत किया गया।
उत्तर प्रदेश के स्थापित समाचार-पत्र दैनिक जागरण में सर्वप्रथम ‘‘मच्छर-माया‘‘ नामक हास्य-व्यंग्य द्वारा व्यंग्यकार के रूप में छपने का मौका मिला।
बाल-मनोरंजन के क्षेत्र में स्थापित नाम ‘‘नंदन‘‘ ने ‘‘पर्दे का भूत‘‘ नामक बाल-कहानी को अपने अंक में स्थान देकर पीठ पर शाबासी की मुहर लगायी।
विशाखापत्तनम, हैदराबाद, पोर्ट-ब्लेयर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश एवं गोवा से प्रकाशित समाचार-पत्रों एवं हिंदी भाषा की विभिन्न पत्रिकाओं में लेख, कवितायें, कहानियाँ एवं व्यंग्य प्रकाशित।
राष्ट्रधर्म द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली कहानी एवं व्यंग्य प्रतियोगिता के अन्तर्गत इच्छित की रचनाओं को वर्ष 2013 में कहानी एवं वर्ष 2014 में व्यंग्य श्रेणी में सम्मानित किया गया।
साहित्य-लेखन क्षेत्र की उपरोक्त उपलब्धियों के अतिरिक्त रंगों को बाँचती कला को भी ‘‘इच्छित’’ अभिव्यक्ति का माध्यम बनाया गया। राज्य ललित कला अकादमी, लाल बारादरी, लखनऊ में 4 से 7 दिसम्बर के बीच इच्छित के बनाये 70 कला-चित्र ‘‘लहरों से संभावना’’ नाम से चार दिवसीय प्रदर्शनी में जनता के समक्ष रखे गये। स्वयं लखनऊ शहर के मेयर श्री दिनेश शर्मा ने प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के संयोजनकर्ता सुप्रसिद्ध हास्य कवि श्री सर्वेश अस्थाना जी ने चित्रों में देश की समुद्री सीमाओं पर कार्यरत सैनिक की भावाभिव्यक्ति की संभावना तलाश कर कला को प्रोत्साहित किया।
राज्य ललित कला अकादमी, लाल बारादरी, लखनऊ में ही जून 6 से 8 मई के बीच आयोजित यूपी वर्किंग आर्टिस्ट एसोसिएशन की सामूहिक चित्रकला प्रदर्शनी में ‘‘इच्छित‘‘ के बनाये चित्रों को प्रदर्शित किया गया।
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